बिलग्राम भारतीय किसान यूनियन ने तीन बिंदुओ पर सौपा उपजिलाधिकारी को ज्ञापन


बिलग्राम भाकियू (अरा0) के जिलाध्यक्ष राजबहादुर सिंह यादव ने तहसील स्तरीय किसानों के साथ पंचायत के पश्चात उपजिलाधिकारी बिलग्राम को तीन महत्वपूर्ण बिंदु पर ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में उन्होंने किसानों के हितों को देखते हुए कई विभागों पर बेहद सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि तहसील स्तर पर गेहूं खरीद के लिए विभिन्न स्थानों पर क्रय केंद्र खोले गए हैं।जिसमें किसानों को उनका वास्तविक लाभ सरकार की प्राथमिकता बताई जाती है, लेकिन फिर भी लाचार किसानों को इसका सीधा लाभ नहीं मिल रहा। किसानों के गेहूं की तौल में गड़बड़ी कर साथ ही कभी बोरे नहीं तो कभी कमीशन की बात करके किसानों का शोषण करने पर आमादा है।वहीं दूसरी ओर व्यापारियों का गेहूं बगैर नियम कानून के केंद्रों पर आसानी से खरीदा जा रहा।जबकि वर्ष भर हाड़ तोड़ मेहनत मजदूरी करने वाले किसानों के लिए विभिन्न नियम कानून क्रय केंद्रों पर उनकी फसल खरीदते समय हावी हैं।
यही नहीं भाकियू जिलाध्यक्ष का दावा है कि माधौगंज से बिलग्राम भेजा गया खरीद केंद्र अभी तक धरातल पर नहीं दिखाई दे रहा।जिसकी वजह से क्षेत्र का किसान निर्धारित सरकारी मूल्य से कम मूल्य पर गेहूं को बेचने को विवश हैं।
दूसरा आरोप (खाद्य एवं रसद) पूर्ति विभाग पर लगाते हुए मांग पत्र में दर्शाया गया है कि कोटेदारों द्वारा किसानों का राशन लूटा जाता है, तपनोर व जूरा बढैय्याखेड़ा के कोटेदारों के विरुद्ध शिकायतों के बावजूद भी विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों के द्वारा हमेशा बचाव की के तहत दोषियों (कोटेदारों) का बचाव किया जाता है।
अंतिम बिंदु पर भाकियू के लेटरपैड के अनुसार तहसील क्षेत्र के ग्राम डाभा, तरौली आदि ग्रामों में सफाई व्यवस्था ध्वस्त होना बताया गया।जिसका कारण उक्त ग्रामों में नियुक्त सफाईकर्मी डयूटी पर नहीं जा रहे हैं।कुछ यही हाल विख0 माधौगंज के ग्राम लालपुर बढैय्याखेड़ा का है।इन ग्रामों में नियुक्त सफाईकर्मियों को तत्काल प्रभाव से ड्यूटी पर भेजने की मांग की गई है।