आखिरकार युवक ने ढूंढा कोरोना वायरस के उपचार का तरीका ! आइए जाने युवक के दांवे की सच्चाई?



गाजीपुर। चंदकुर, गाजीपुर, यूपी के युवक सत्यप्रकाश सिंह का कहना है कि आज जिस तरह से पूरी दुनिया कोरोना वायरस जैसी भयंकर महामारी की जद में यह किसी से छुपा नहीं है अभी तक यह महामारी लाइलाज है, काफी अध्ययन के बाद डॉ रमेश गुप्ता द्वारा लिखी मॉडर्न  जूलॉजी (जन्तु विज्ञान) नामक पुस्तक में करोना वायरस के बारे में जानकारी प्राप्त किया जिसमें कोरोना वायरस के लक्षण व उपचार की बातें विस्तार से बताई गई हैं।


कोरोना वायरस का उपचार


सत्य प्रकाश सिंह के अनुसार डॉ रमेश गुप्ता द्वारा लिखी मॉडर्न जूलाजी(जंतु विज्ञान) नामक पुस्तक  में वर्णित कोरोना वायरस के उपचार हेतु एस्पिरिन, एंटीहिस्टेमीन, नेजल स्प्रे को कारगर व लाभप्रद बताया गया है


सत्यप्रकाश सिंह का कहना है कि काफी किताबों में ढूंढने के बाद बड़ी मुश्किल से कोरोना वायरस की दवा मिली है, हम लोग कोरोना वायरस की दवा ना जाने कहां ढूंढ़ते रहे लेकिन कोरोना वायरस की दवा इंटरमीडिएट की जन्तु विज्ञान की किताब में दी गई है जिस वैज्ञानिक ने इस बीमारी के बारे में लिखा है उसने ही इसके इलाज के बारे में भी लिखा है और यह कोई नई बीमारी नहीं है इसके बारे में तो पहले से ही इंटरमीडिएट की किताब में बताया गया है साथ में इलाज भी। कभी-कभी ऐसा होता है कि डॉक्टर और वैज्ञानिक बड़ी-बड़ी किताबों के चक्कर में छोटे लेवल की किताबों पर ध्यान नहीं देते और यहां ऐसा ही हुआ है।