कोरोना कर्फ्यू में बाहर से आने वाले लोगों का किया गया जांच

बापू स्कूल परिसर में हुआ जांच


सलेमपुर, देवरिया। कोरोना की मार झेल रहे भारत के अनेक हिस्सों से पलायन कर रहे लोगों को राज्य सरकारें उनको घर तक पहुंचाने का जिम्मा तो उठा लिया।लेकिन क्या वे सुरक्षित अपने घर तक पहुंच पाएंगे कहना मुश्किल होगा।


देश के अनेक महानगरों से कोरोना कर्फ्यू के चलते अपने घर के लिए चले लोगों को आज सलेमपुर में उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग की बस से लाया तो गया लेकिन उन्हें अपने घर जाने से पहले सलेमपुर के बापू इंटर कालेज के परिसर में रोका गया जहां उनका कोरोना परीक्षण के बाद ही उनके घर के लिए छोड़ा जाएगा। सूत्रों की माने तो प P और कोरोना संक्रमित पाए जाने पर उन्हें 14 दिनों के लिए आईसूलेसन में रखा जाएगा।


जहां एक तरफ पूरा विश्व कोरोना की मार झेल रहा है वहीं दूसरी तरफ भारत के उन लोगों के सामने संकट गहरा गया है जो दैनिक मजदूरी कर अपना व अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। शहरों से लेकर गांवो तक दैनिक मजदूरी करने वाले लोगों के सामने परिवार का भरण पोषण करने की समस्या बढ़ गयी है। यह अलग बात है कि सरकार ऐसे लोगों के लिए खाने पीने के लिए राशन व राहत सामग्री देने की घोषणा कर चुकी है लेकिन जब तक सरकार की घोषणा धरातल पर आएगी तब तक बहुत देर हो चुकी होगी।
कुछ सामाजिक कार्यकर्ता व सामाजिक संस्थाएं आगे आकर इनकी मदद में जुट गए हैं। लेकिन बहुत सारे  गांव इन संस्थाओं के पकड़ से अभी दूर हैं जहां राहत सामग्री उपलब्ध नही हो पा रहा है।


किसानों की गेहूं की फसल खेतों में पक कर कटाई के लिए तैयार है लेकिन कोरोना कर्फ्यू के चलते किसान अपने खेतों में नही जा पा रहे हैं। किसानों को फसल कटाई के लिए सरकार छूट नही दी तो खेतों में तैयार फसल खेत मे ही रह जायेगा। किसानों की मेहनत पर पानी फिर जाएगा। किसानों को लेकर सरकार को कोई ठोस कदम उठाना होगा नही तो इन किसानों के सामने कोरोना कर्फ्यू सालों साल के लिए संकट में डाल देगा।



रवीश पाण्डेय


सलेमपुर, देवरिया