बाबा साहब के द्वारा संविधान में महिलाओं के लिए दिए गए विशेष अधिकार : दीक्षा गौतम 


भारतीय संविधान निर्माण के लिए बनायी गयी प्रारुप समिति के अध्यक्ष बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर ने महिलाओं के लिए संविधान में कुछ विशेष अधिकारों का प्रावधान किए जिसमें.....


*1-बहुपत्नी परम्परा को समाप्त कर नारियों को अद्भुत सम्मान दिया*


*2-प्रथम वैध पत्नी के रहते दूसरी शादी को अमान्य किया*


*3-*बेटा के तरह बेटी को भी पिता की संपत्ति में अधिकार का प्रावधान किया*


*4-गोद लेने का अधिकार दिया*


*5-तलाक लेने का अधिकार दिया*


*6-बेटे की तरह बेटी को भी वारिश बनाने का अधिकार दिया*


*7-प्रसव छुट्टी का प्रावधान किया*


*8-समान काम के लिये पुरुषो सा समान  वेतन पाने का अधिकार दिया*


*9-स्त्री की क्षमता के अनुसार ही काम लेने का प्रावधान किया*


*10-भूमिगत कोल खदानों में महिलाओं के काम करने पर रोक लगाया*


*11-श्रम की अवधी 12 घण्टे से घटाकर 8 घंटे किया*


*12-*लिंग भेद को खत्म किया*


*13-*बाल विवाह पर रोक लगाया*


*14-रखनी प्रथा तथा वेश्यावृति पर रोक लगाया*


*15-धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार दिया*


*16-मताधिकार का अधिकार दिया*


*17-महिलाओं को प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति बनने के द्वार खोला*


*18-मानवीय गरिमा के साथ जीवन जीने का अधिकार दिया*


ये सारे अधिकार सभी महिलाओं के लिए भारत के संविधान में स्थापित करने का काम बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर द्वारा किया गया।जिसके बदौलत आज हमारे समाज के सभी क्षेत्रों में महिलाएं पुरुषों के बराबर सम्मान पा रही हैं।जबकि 1950ई०के पूर्व स्त्रियों को पुरुषों की दासी समझी जाती रही।हमारे समाज मे नारी उत्थान के लिए बाबा साहब द्वारा किये गए कार्य ही महिलाओं को आज हर क्षेत्र में आगे किया है।जिसके लिए हमारा भारतीय समाज सदैव ऋणी रहेगा।