सलेमपुर, देवरिया। बरहज विधान सभा क्षेत्र से पूर्व उम्मीदवार डॉ चतुरानन ओझा ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा कि दलित -पिछड़ा एवं सवर्ण के नाम पर जातिवादी राजनीति करने वाले हो या हिंदू -मुस्लिम के नाम पर धार्मिक विद्वेष के आधार पर राजनीति करने वाले हो, सभी सुरेश तिवारी जैसी मानसिकता में ही जीते हैं। अगर आप वास्तव में बरहज के भाजपा विधायक सुरेश तिवारी के मुस्लिम विरोधी बयान से सहमत नहीं हैं तो सभी जाति धर्म की संकीर्ण सोच का सभी स्तर पर विरोध करना होगा और खुद भी उससे ऊपर उठना होगा।
सुरेश तिवारी जो मूलता पूंजीपति हैं, ठेकेदार हैं और निजी शिक्षण संस्थानों के प्रबंधक हैं ।वह समाज सुधारक नहीं हैं। ऐसे में उनसे मजदूर, किसान ,शिक्षक़ एवं छात्र हित की बात करने की अपेक्षा करना हमारा भोलापन है।
वर्तमान बरहज विधायक ने हमेशा ही जाति और धर्म की राजनीति करते हुए किसानों ,मजदूरों ,छोटे दुकानदारों शिक्षकों के खिलाफ काम किया है । आज ऐसे लोगों को नेता बनाने वाली पार्टियों को पूरी तरह पराजित कर ही इनसे छुटकारा पाया जा सकता है और सद्भावना पूर्ण समाज बनाया जा सकता है।
साक्षात्कार रवीश पाण्डेय