भारतीय संस्कृति से होगी जीवन की सुरक्षा : श्रीनाथ तिवारी      

   
रुद्रपुर, देवरिया। समाजसेवी श्रीनाथ तिवारी ने  भारतीय संस्कृति और आयूर्वेद पद्धती पर जीवन की सुरक्षा पर  प्रकाश  डालते  हुए  बताया कि समाज के  लोग  अपनी  पुरानी  संस्कृती और आयूर्वेद पद्धती को छोड़कर अपनी जान को जोखीम मे डाल रहे है सबसे पहले पुरानी संस्कृती जैसे सुबह उठकर टहलना, नित्यक्रिया को समय से कार्यान्वित करना, माता पिता को सम्मान करना, भोजन से पहले हाथ धुलना, घरो मे पूजा करना दीप जलाना, जैसी संस्कृती को अपना कर अपनी जीवन की सुरक्षा कर सकते है हम सभी को चाय की जगह आयूर्वेद पद्धती से तैयार काढा का प्रयोग करना चाहिए गर्मी के मौंसम कोल्ड ड्रिंक की जगह चना सत्तु बेल  रस का प्रयोग कर अपने जीवन को सुरक्षित रखने मे सफलता पा सकेंगे कारोना जैसे बिमारी से बचने के लिये ठंडी खाद्य व पेय पदार्थ के प्रयोग से बचे घरो मे रहकर अपने जीवन को सुरक्षा प्रदान करे। भारतीय संस्कृती से राष्ट्र मजबुत व ऊर्जावान बनेगा आज विश्व में लोग हाथ मिलाना छोड़कर भारतीय संस्कृति मे हाथ जोडकर नमस्ते का अभिवादन स्वीकार कर रहे  है भारतीय संस्कृति महान है हम सब को अपना कर  इसका पालन करना चाहिए ई कारोना पर भारतीय संस्कृति की बिजय होगी।