महिलाओ और मजदूरों के अधिकारों की किये वकालत : रवीश पाण्डेय
सलेमपुर, देवरिया। बाबा साहेब डॉ भीम राव अम्बेडकर के जन्मदिवस पर पूरे देश मे चल रहे कोरोना कर्फ्यू के चलते लोग अपने अपने घर पर ही बाबा साहेब को याद कर मनाया जन्मोत्सव का कार्यक्रम। डॉ०अम्बेडकर का पूरा जीवन ही एक दर्शन है जिसे आत्मसात कर समाज मे वयाप्त बुराईयों को दूर किया जा सकता है। बाबा साहेब का जन्मदिवस पूरे देश मे बड़े हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है,जगह जगह इस दिन विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमो का आयोजन कर लोग बाबा साहेब को पूरे संजीदगी के साथ याद करते हैं, लेकिन इस बार पूरा संसार कोरोना के मार से कराह रहा है पूरा विश्व इस महामारी से निपटने के लिए अपने अपने ढंग से अलग अलग रास्ते को अख्तियार कर कोरोना को मात देने में कोई कोर कसर नही छोड़ना चाहता। ऐसे में भारत मे पूरे देश पिछले इक्कीस दिनों से लॉक डाउन चल रहा है ऐसे में लोगो को एक जगह इकठ्ठा होने से रोका जा रहा है, लोगों में सोशल डिस्टेंस को लेकर भारत की सरकार सख्ती बरत रही है जिसके चलते बाबा साहेब डॉ भीम राव अम्बेडकर का जन्म जयंति के अवसर पर कोई बड़ा आयोजन नही हुआ और लोग अपने घरों पर ही मनाया बाबा साहेब का जन्म दिवस।
*डॉ०भीमराव अम्बेडकर* भारतीय संविधान के प्रमुख वास्तुकार थे साथ ही एक जाने माने राजनेता व प्रख्यात विधिवेत्ता थे। इन्होंने देश के तत्कालीन समाज में वयाप्त *छुआ-छूत व जातिवाद* को मिटाने के लिये बहुत सारे आंदोलन किये, बाबा साहेब अपना पूरा जीवन गरीबों के लिये समर्पित कर दिया। दलित व पिछड़ी जाति के हक के लिए कड़ी मेहनत किया। आजदी के बाद पंडित नेहरू_के कैबिनेट में पहली बार डॉ अम्बेडकर को *कानून मंत्री* बनाया गया। बाबा साहेब द्वारा किये गए अच्छे काम व देश को दिए गए योगदान के लिए वर्ष 1990 ई०में देश का सर्वोच्च सम्मान *भारत रत्न* से नवाजा गया।
डॉ अम्बेडकर अपने माता पिता की चौदहवीं संतान थे।इनके पिता इंडियन आर्मी में सूबेदार थे जिनकी पोस्टिंग इंदौर के पास महू में थी,यहीं इनका जन्म *14 अप्रैल 1891 ई०* को हुआ था।बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर के नाम से लोकप्रिय, भारतीय बहुज्ञ, विधिवेत्ता,अर्थशास्त्री,राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक थे।इन्होंने दलित *बौद्ध* आंदोलन को प्रेरित किया और अछूतों (दलितों) से सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाया।बाबा साहेब श्रमिकों, किसानों व महिलाओं के अधिकारों का समर्थन किया।
डॉ अम्बेडकर विपुल प्रतिभा के धनी थे।इन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स दोनो ही विश्वविद्यालयो से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधियां प्राप्त की।विधि,अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान में शोध कार्य भी किया।बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर को भारतीय संविधान का जनक तथा भारतीय गणराज्य का निर्माता माना जाता है।
भारतीय समाज बाबा साहेब के योगदानों को कभी भूला नही पायेगा।ऐसे महापुरुष के जन्मदिवस पर हम अपनी कृत्यज्ञता ज्ञापित करते हुए कोटि कोटि नमन करते है।