बिहार प्रदेश के दिनारा विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री सुनन्दा सिंह ने किसानों की समस्याओं को लेकर सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा की आज जब पूरा संसार कोरोना की महामारी झेल रहा है और इससे निपटने के अलग अलग रास्ते अख्तियार कर रहा है वैसे में भारत इस महामारी के बुरे प्रभाव को रोक पाने में हद तक कामयाब दिख रहा है लेकिन बिहार सरकार किसानों की मूलभूत जरूरतों पर ध्यान न देते हुए भटकती नजर आ रही है।
करोना महामारी के चलते हर इलाके में लोग एक दूसरे की मदद कर रहे है!लेकिन भक्त तथाकथित मीडियाकर्मी द्वारा कहे गये मरकज मे करोना ढूंढ रहे हैं ? प्रधान सेवक पीएम केयर फंड में बढोतरी देखने में व्यस्त हैं ! देशवासी एक कठिन दौर से गुजर रहे हैं फिर भी सरकारी राहत पहुंचाने में एक लम्बी प्रक्रिया से गुजरना पड रहा है जबकि देश के सबसे छोटी इकाई पंचायत तथा शहर है ही एवं लगभग हरेक परिवार के लोगों का आधार कार्ड भी तथा सभी परिवार किसी न किसी पीडीएस सिस्टम के दुकान से भी जुडा है तथा सभी गरीबों का जनधन खाता भी ? फिर हो क्या रहा है ताली थाली और दीपोत्सव !
किसानों की समस्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है।आज कल आगलगी कि घटनाएं रोज़ सामने आ रही है बिहार के कई हिस्से से,रबी फसल जलकर खाक हो रही हैं! बिजली के जर्जर तार गिर रहें हैं. इसका जिम्मेदार कौन है? आखिर क्यों सरकार किसानों के साथ सौतेला ब्यवहार कर रही है? सिर्फ वोट चाहिए किसानों से! आज किसान फसलो की कटाई को लेकर दर दर भटक रहे हैं, सरकार इनकी ब्यवस्था करे श। अन्यथा यही अन्न दाता किसान उग्र प्रदर्शन को विवश हो जायेंगे मेरी मांग है कि किसानों की क्षतिपूर्ति एवं मुआवजा दिया जाय! धान एवं गेहूँ के कटोरा कहे जाने वाले रोहतास और कैमुर भी बदहाली के शिकार हो रहें हैं। अगर यही हाल रहा तो सबलोग रोड पर आ जायेंगे। कैसे बाटोंगे अनाज ? किसानों को समृद्ध करो! मेरी लड़ाई किसानों के हक के लिये जारी है और रहेगा।