कोरोना और भूख से जंग लड़ रहे लोगो के सारथी बने छात्र



गोरखपुर। आज पूरे देश सहित आधी दुनिया कोरोना की महामारी से प्रभावित है, हमारे देश में भी महामारी के बचाव के लिए सरकार ने 25 मार्च से लाक डाउन कर रखा है। लाकडाउन के कारण किसी भी व्यक्ति को ना तो निकलने दिया जा रहा है और ना ही कोई निकलना चाहता है, क्योंकि मौत डर बड़ा है। कोरोना के रिस्क को ध्यान में रख, गोरखपुर के कुछ नौजवान कोरोना व् भुख दोनों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहें है।


यह युवा पिछले 6 दिनों से गोलघर के अम्बेडकर हॉस्टल में कम्युनिटी किचन की स्थापना कर, भूख के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। इस कम्युनिटी किचन को शहर के नागरिक, बुद्धजीवियों आमजन का भी सहयोग मिल रहा है।


यह कम्युनिटी किचन उन गरीब, असहाय, प्रवासी मजदूरों को भोजन उपलब्ध करा रहा है। जिनके पास सरकार की कोई सहायता नही पहुँच पा रही है। पिछले 5 दिनों में इस कम्युनिटी किचन ने शहर के विभिन्य इलाकों में पहुँच कर हजारों लोगों के पेट की आग बुझाई है। 


कल कम्युनिटी किचन के साथियों को सूचना मिली रामगढ़ ताल क्षेत्र में सर्किट हाउस के पीछे फँसे 200 निर्माण मजदूरों फसें हुए है। जिनका ठेकेदार इस विप्पति में उन्हें छोड़ भाग गया है। कल कम्युनिटी किचन की गाड़ी इन मजदूरों के बीच पहुँची और उन्हें भोजन कराया, और उन मजदूरों को अस्वाशन दिया की जब हमारी छमता बनी रहेगी, हम आपको नियमित भोजन उपलब्ध कराते रहेंगे।


कम्युनिटी किचन को संचालित करने में छात्र पवन कुमार, सत्येन्द्र भारती, धीरेंद्र प्रताप, रवीन्द्र गौतम, सुजीत सोनू, अमरजीत, संजय गौतम, दीपक कुमार, भानू प्रताप, सुधी रामरावत, अनिल बौद्ध, संजय भारती, विवेक चैधरी, अनुज चौधरी अपनी प्रमुख भूमिका अदा कर रहें है।