कोरोना कर्फ्यू के चलते भक्तों व श्रद्धालुओं में दिखा भय

 


रामनवमी पर महिलाओं ने घर पर ही की पूजा अर्चना


श्रद्धालु पूरे उत्साह के साथ अपने घर पर ही किये पूजा

सलेमपुर, देवरिया। चैत्र मास की रामनवमी पूजा का धर्म ग्रंथों में बड़ा ही महत्व बताया गया है, इस दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का जन्म अयोध्या के चक्रवती सम्राट राजा दशरथ के महल में हुआ था। आज के दिन को हिन्दू धर्म मे रामनवमी के रूप मे मनाया जाता है।लेकिन पिछले कई महीनों से पूरा विश्व कोरोना संक्रमण के चलते संकट के दौर से गुजर रहा है। संसार के वे सारे देश जहां कोरोना का कहर बरप रहा है इस महामारी से बचने के अनेक उपाय कर रहे हैं, लेकिन अभी तक इसका कोई ठोस इलाज व दवा नही बन पाया है जिसके चलते अलग अलग तरीके से इस महामारी से बचने के उपाय किये जा रहे हैं।
कोरोना महामारी से बचने के उपायों में एक सबसे कारगर उपाय एक दूसरे से दूरी बनाना है, लोग एक दूसरे से दूरी बनाकर रहते हुए अपने शरीर व आस पास स्वच्छता को अपना कर इस कोरोना संकट से बच सकते हैं।


कोरोना के बढ़ते कहर को देखते हुए भारत सरकार ने 24 मार्च की मध्यरात्रि 12 बजे के बाद सम्पूर्ण भारत को 21 दिनों के लिए लॉक डाउन कर दिया। देश की सारी यातायात व्यवस्था ठप कर दी गयी जो जहां था उसे वहीं रहने की प्रधानमंत्री नरेंद मोदी की अपील के साथ ही पूरा देश जहां के तहां ठहर गया।


रामनवमी का त्यौहार श्री राम जन्मोत्सव के रूप में भारतीय समाज में मनाया जाता है। लेकिन लॉक डाउन के चलते सभी मंदिरों में ताला लटक रहा है। मंदिरों में सामाजिक दूरी को देखते हुए श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जिसके चलते भक्त व श्रद्धालु अपने अपने घर पर देवी दुर्गा की पूजा अर्चना करते रहे।


रामनवमी के दिन महिलाएं देवी के मंदिर में जाकर पूजा अर्चना करती हैं और हलुआ पूड़ी का चढ़ावा चढ़ाती हैं, लेकिन मंदिरों में ताला लटकने से सब अपने अपने घर पर ही देवी की पूजा अर्चना कर हलुआ पूड़ी बनाकर श्रद्धा पूर्वक देवी को अर्पित की।


सलेमपुर तहसील क्षेत्र अंतर्गत मझौली राज के निकट स्थित भांगड़ा भवानी के मंदिर में क्षेत्र के भक्त श्रद्धालु व महिलाएं जा कर पूजा पाठ कर देवी को हलुआ पूड़ी का भोग लगाते हैं। लेकिन लॉक डाउन के चलते मंदिर में ताला लटक रहा है जिस कारण लोग अपने अपने घर पर ही पूजा पाठ कर देवी का भोग अपने घर पर तैयार कर लगाया गया और इस संकट की स्थिति में कोरोना महामारी से रक्षा करने व मानव कल्याण करने की प्रार्थना की गयी।



                 रवीश पाण्डेय


                सलेमपुर, देवरिया