कोरोना के वैश्विक महामारी को परास्त करने के लिए एकजुट होकर एकता का परिचय दें : रवीश पाण्डेय


रविवार को वामन द्वादशी है इस दिन पृथ्वी पर सूर्य का अधिकतम प्रकाश पहुंचता है


सलेमपुर, देवरिया। आज पूरा संसार कोरोना के चलते वैश्विक महामारी की त्रासदी का दंश झेल रहा है, विश्व के लगभग सारे देश संकटकाल से गुजर रहे हैं। ऐसे में इस त्रासदी से निजात पाने के लिये सभी राष्ट्र अपने अपने ढंग से निपटने को एकजुट होकर इसे परास्त करने में लगे हैं।


भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने राष्ट्र के नाम संदेश में सभी भारतवासियों से अपील की कि आने वाले 5 अप्रैल को रात 9 बजे 9 मिनट के लिये अपने अपने घर की लाइटें बुझाकर बरामदे, बालकनी या छत पर जाकर दीप जलाए यह मोमबत्ती, टार्च या मोबाइल का फ्लैश भी हो सकता है, और ऐसा करते समय सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखा जाय।
बात दें इस दिन वामन द्वादशी है और इस दिन सूर्य का प्रकाश पृथ्वी पर सर्वाधिक मात्रा में पहुंचता है, और वामन पुराण में यह वर्णन मिलता है कि इस तरह के शक्तियों से निपटने के लिए छोटे छोटे प्रकाश पुंज को एकत्रित करके पराजित किया जा सकता है। इस प्रकार प्रधानमंत्री का देशवासियों से दीप प्रज्ज्वलित करने की अपील का इस दृष्टि से और बढ़ जाता है। इसलिये सभी देशवासियों को इस दिन एकजुट होकर इस कार्यक्रम को सफल बनाना होगा। साथ ही इस प्रकार की एकजुटता दिखाने से जहां एक तरफ देश मे कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे डॉक्टर, नर्स, वार्ड बॉय, सफाई कर्मी, पुलिस के जवान आदि को एक बल मिलेगा और इस लड़ाई में विजय पताका फहराने में सफल होंगे साथ ही सम्पूर्ण विश्व को भारतीय एकजुटता का संदेश जाएगा जो भारत की छवि विश्व पटल पर एक एकजुट राष्ट्र के रूप में स्थापित होगी।


इसलिये आने वाले 5 अप्रैल को धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक दृष्टि से व इस लड़ाई को लड़ रहे लोगों का मनोबल बढ़ाने की दृष्टि से एकजुट होकर इस कार्यक्रम को सफल बनायें। ताकि इस महामारी को परास्त करने में हम भारतवासी अपना लोहा संसार को मना सकें। और हां ऐसा करते समय सोशल डिस्टेंस को जरूर ध्यान में रखा जाय क्योंकि सोशल डिस्टेंस बनाकर ही हम इस लड़ाई को जीत सकते हैं।