कोरोना : सामूहिक प्रयास ही हम सबको बचाएगा : श्रीधर मिश्र


कोरोना के मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर व मेडिकल कर्मी भी संक्रमित होकर मर रहे, वे मर नहीं रहे बल्कि कर्तव्य पथ पर शहीद हो रहे, उन्हें सेल्यूट है हम सब की ओर से, 
जो पुलिस के साथी सड़को पर जमे हैं रात दिन इस संक्रमण काल मे उनके प्रति कृतज्ञ हैं हम लोग जो समाज सेवी संस्थाएं व उनके कार्यकर्ता भूखे, मजलूमों के लिए राशन, भोजन जुटा रहे, वे ही सच्चे देश भक्त हैं, उनके प्रति समादर भाव प्रकट करते हैं  हम लोग जो साहित्यकार, कवि, चिंतक निरन्तर इस आपदा में मृत्यु के भय से घरों में दुबके लोगो को ढांढस बंधा रहे, इस आपदा में सरकार व समाज को सचेष्ट कर रहे उनके प्रति साधुवाद ज्ञापित करते हैं हम लोग जो बच्चे घरों में कैद हैं, उन्हें हम खुला आसमान, चहलकदमी करने को मैदान, सड़क पार्क नही मुहैया करा पा रहे उन बच्चों के प्रति सम्वेदना प्रकट करते हैं हम लोग जिन धनपतियों, उद्योगपतियों, धार्मिक सामाजिक संस्थाओं, शिक्षको, कर्मचारियों ने  सहयोग राशि वअपने वेतन का अंश इस आपदा प्रबंधन के लिये दिया है उनके प्रति प्रशंसा भाव प्रकट करते हैं हम लोग कूड़ा साफ करने वाले, आवश्यक वाहनों के चालको, बैंक  बिजली सहित आवश्यक सेवाओ के जो लोग इस आपदा में अपनी जान जोखिम में डाल कर सेवाएं दे रहे, उनके प्रति कृतज्ञता भाव प्रकट करते हैं हम लोग, मीडिया के तमाम साथी हमतक खबरे पहुंचा ने के लिए कोरोना संक्रमित इलाको, अस्पतालों तक पहुंचने का जोखिम उठा रहे, उनके प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हैं हम लोग। यह जीवन की जंग है, यह मनुष्य व मनुष्यता बचाने की जंग है, हम जिस लायक हों उसी के मुताबिक इस जंग में शरीक हों।


यह आपदा अपने गर्भ में तमाम नए जीवन सन्दर्भो का पुनः सृजन भी साथ लायी है, आने वाले दिनों में समाज, अर्थ, सबन्ध, उद्योग, साहित्य आदि में बड़े व्यापक स्तर पर पुनः सृजन, परिवतर्न होंगे, हमे इसके लिए मानसिक रूप से तैयार रहना होगा।


यह समय कठिन है, आने वाला समय भी कठिन होगा, लेकिन यह सामूहिक प्रयास हम सबको बचाएगा, हम बचेंगे, जरूर बचेंगे, उम्मीद ही नही विश्वास बनाये रखिये।