नमस्ते तू उसे कहना
कोरोना का कहर जब तक है सबसे दूर ही रहना।

मिलाना हाथ कोई चाहे नमस्ते तू उसे कहना।।           

तू रहना बंद कमरे में सभी बाहर का सुख तज कर

हमेशा धोना हाथों को लगा साबुन तू मल-मल कर

कठिन हो जीना जीवन फिर भी तू चुपचाप सब सहना। 

कोरोना.....................................।।


संदेशा ‘लाक डाउन‘ का मिला हित में ही मानव के     
तू अपने बंद कमरे से कुचल दे फन इस दानव के      
तू कहना मान मोदी का पड़े निज घर में ही रहना।
कोरोना....................................।।


बनाकर फासले रहना ही इक बेहतर तरीका है 
सेनेटाइजर लगे हों हाथ यह भी इक सलीका है         
न करना भूल छोटी भी ना बहकावे में तुम बहना।
कोरोना...................................।।


लगाना मास्क चेहरे पर न इसमें चूक तुम करना  
कोरोना की खिलाफत में बैठ निज घर में दे धरना   
जब होवे बोरियत तो उठ के वन्देेमातरम् कहना।       
कोरोना..................................।।



         डॉ. जनार्दन चतुर्वेदी 
           राजपूत नेवरी, भृगु आश्रम 
               बलिया (उ0प्र0)
            मो0 नं0-9935108535