सकारात्मक विचार ही कोरोना को हरायेगा : डाॅॅ. पीके श्रीवास्‍तव



     कोरोना हारेगा भारत जीतेगा


कोरोना वायरस भी इस धरती पर उपलब्ध अन्य वायरसों में से एक है। एक रिसर्च के अनुसार यह भी जानवर (चमगादड़) से म्यूटेट होकर मनुष्य के शरीर में आया है और विध्वंस फैला रहा है। इससे घबराएं नही बल्कि डट कर मुकाबला करें।इसका मुकाबला हम सोशल डिस्टेंसिग, गर्म एंव पौष्टिक पेय-खाद्य पदार्थों का सेवन, योग-ध्यान आदि करके कर सकते हैं।


डॉक्टर्स की रिसर्च के अनुसार संक्रमित 90 फीसदी लोग कुछ ही दिनों में ठीक हो जाते हैं,जबकि 75 फीसदी लोगों को दवा की जरूरत ही नही होती। इसके बावजूद इस संक्रमण का भय अधिकतर लोगों को शारीरिक व मानसिक स्तर पर कमजोर कर रहा है। लोगों को सामुदायिक संक्रमण से बचने के लिये घरों में रहना और अन्य लोगों से दूरी बनाकर रहना ही उचित कार्य है।


दुनिया मे कोरोना संक्रमण से हुई मौतों का प्रमुख कारण या तो वे लोग थे जो पहले से किसी अन्य बीमारी जैसे कि मधुमेह, हृदय रोग, स्वांस रोग, कैंसर आदि से पीड़ित थे,या वे जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम थी।


एक रिसर्च के अनुसार पिछले दिनों कई देशों के अस्पतालों में कोरोना संक्रमित लोगों की जांच की गई तो इस वायरस से मृत्यु के शिकार हुए मरीजों में विटामिन डी की कमी मौत का प्रमुख कारण मिला। हमारे देश में भी बड़ी आबादी विटामिन डी की कमी से जूझ रही है। कई डॉक्टर मानते हैं कि शरीर में विटामिन डी की स्थिति बेहतर करके हम कोरोना के खतरे को कम कर सकते हैं। इसलिए नियमित रूप से कुछ देर धूप में रहकर एंव पौष्टिक खाद्य पदार्थ का सेवन करके ताकि हमारे शरीर का रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ सके।


कोरोना से बचाव के लिये साबुन व सेनेटाइजर से हैंड वाश करते रहें। तथा अपने हाथ को चेहरे पर ले जाने से बचें। सर्दी खांसी व बुखार होने पर अपने निकटम स्वास्थ्य केन्द्र या चिकित्सक से परामर्श से ही दवा का सेवन करें। हर सर्दी खांसी व बुखार कोरोना नही हो सकता है। एक बार अवश्य जानें कि कोरोना से होने वाले मृत्यु दर 2 से 3 प्रतिशत है अफवाहों पर ध्यान न दें।


सामूहिक संकल्पबद्धता व अनुशासन तथा सरकार की नीतियों के आधार पर हम सब कोरोना को अवश्य परास्त कर सकते हैं।सरकार ने जो लॉक डाउन किया है इसका अवश्य पालन करें, और अंत मे आप सब से निवेदन है कि आस-पड़ोस में कोई अकेला व्यक्ति भूखा प्यासा तो नही है इसका भी ध्यान रखें और है तो आप सब उसकी मदद करें।


साक्षात्कार द्वारा रवीश पाण्डेय