हां मैं किसान हूं और कर्जदार हूं सिर्फ सरकार की गलत नीतियों के कारण

हां मैं किसान हूं और कर्जदार हूं सिर्फ सरकार की गलत नीतियों के कारण क्योंकि अगर सरकार मुझे.....


#स्वामीनाथन_रिपोर्ट के हिसाब से रुपए देती तो आज मैं #कर्जदार नहीं होता इसका एक #उदाहरण देता हूं 1970 में गेहूं का #रेट_76 रुपए प्रति क्विंटल था और सन 2020 में 1925 रू प्रति क्विंटल है मतलब 25% के करीब बढ़ोतरी है।
#गन्ने का मूल्य केवल #325 #रुपये है। वहीं दूसरी तरफ सन 1970 में #सोना 184 रुपए प्रति 10 ग्राम था जो आज सन2020 में #46000 रू से ऊपर है ,


जो तकरीबन 250 गुना ज्यादा है इसी तरीके से नेताओं की आए तकरीबन 1000 प्रतिशत ज्यादा हुई है ,
इसी तरह से #सरकारी_नौकरी वालों की सैलरी 250 प्रतिशत ज्यादा हुई है ,


तो #किसान का क्या #कसूर जब की किसान को #खाद #बीज व #दवाई हर साल कई गुना #ज्यादा रुपए में लेनी पड़ती है और #स्वामीनाथन_रिपोर्ट में कही गयी सुविधाएँ न मिलने के कारण हर साल तकरीबन #दो_लाख करोड़ का नुकसान उठाना पड़ता है ।


किसान पर सिर्फ 7 लाख करोड़ #केसीसी के रूप में कर्ज है तो सोचिए किसानों को आज तक #सरकार से कितना रुपए लेना पड़ता और कहां और क्यू किसान कर्जदार है जरा सोचिए।
#orgrkmkisan #किसान_आयोग


शिवाकांत तिवारी की रिपोर्ट