नई दिल्ली: देश की राजनीति में बदलाव की हवा ऐसी चली कि देश की सबसे सशक्त प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को भी सत्ता से बेदखल होना पड़ गया. 4 अक्टूबर का दिन भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक अहम दिन है. साल 1977 में इसी दिन देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को गिरफ्तार करने के 16 घंटे के भीतर रिहा किया गया था. उस समय देश में पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के नेतृत्व में जनता पार्टी की सरकार थी और चौधरी चरण सिंह गृह मंत्री थे. चुनाव प्रचार के दौरान इस्तेमाल की गई जीपों की खरीद में भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार इंदिरा गांधी को सुबूत न होने के कारण 16 घंटे बाद ही अदालत ने रिहा करने का आदेश दिया.
उत्तर प्रदेश के जिला देवरिया तहसील सलेमपुर के गांव कस्बा सलेमपुर के निवासी सर्वदेव मिश्रा ने 4 अक्टूबर 1977 को देशकी पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी को हतकड़ी लगा कर गिरफ्तार किया ज़िसे द न्युयार्क टाइम्स ने अपने न्यूज पेपर मे प्रकाशित किया था उस वक्त भ्रष्टाचार को लेकर गिरफ्तारी हुई थी जिसका सबुत नही मिलने के कारण बाद मे इन्दिरा जी रिहा कर दिया गया था l ये जानकारी दिल्ली पुलिस मे रहे सर्वदेव मिश्रा जी ने गुरुकुल वाणी के शिवाकांत तिवारी को जानकारी दिये इतिहास के पन्ने मे ये 4 अक्तुबर 1977 का दिन सर्वदेव मिश्रा को आज भी याद है।
शिवाकान्त तिवारी