*आधा दर्जन शिक्षकों का व्योरा सौंपा एस टी एफ को*

वित्तपोषित विद्यालयों में तैनात शिक्षकों का मांगा था व्योरा
*सांकृत्यायन रवीश पाण्डेय द्वारा*
सलेमपुर, देवरिया। परिषदीय विद्यालयों के साथ ही एस टी एफ ने दर्जन भर वित्तपोषित अशासकीय विद्यालयों में भी फर्जीवाड़े की जांच शुरू कर दी है।पिछले महीने एस टी एफ ने लघु माध्यमिक विद्यालय टीकमपार, हमीदिया गर्ल्स जूनियर हाई स्कूल मझौलीराज,उग्रसेन लघु माध्यमिक विद्यालय शाहपुर पुरैनी समेत आधा दर्जन विद्यालयों के छह शिक्षकों का व्योरा मांगा था।बेसिक शिक्षा विभाग ने उन शिक्षकों का विवरण एस टी एफ को भेज दिया है।इससे पहले भी आधा दर्जन विद्यालयों के शिक्षकों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई जा चुकी है।


*प्रबंधतंत्र की भूमिका भी आएगी सामने* वित्तपोषित अशासकीय विद्यालयों में फर्जी प्रमाण पत्रों पर नौकरी करने वाले लोगों की संख्या भी अच्छी खासी है।इधर जबसे एस टी एफ फर्जी शिक्षकों के मामले की जांच कर रही है,इसकी शिकायते भी पहुंचने लगी है।विभागीय लोगो का कहना है कि इन विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति में प्रबंधतंत्र के अलावा बीएसए की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।


*पांच माह पहले एस टी एफ ने किया था गिरफ्तार*  एस टी एफ की गोरखपुर इकाई ने 19 फरवरी को  गोरखपुर कैंट क्षेत्र में चार फाटक ओभर ब्रिज के पास से पथरदेवा क्षेत्र स्थित लघु माध्यमिक विद्यालय पुरैनी के शिक्षक सतीश चंद्र मिश्र उर्फ राजू को गिरफ्तार किया था।उसने फर्जी डिग्री पर नौकरी हासिल की थी।


*क्या कहते हैं बीएसए* बीएसए प्रकाश नारायण श्रीवास्तव ने कहा कि एसटीएफ ने अभी तक एक दर्जन वित्तपोषित विद्यालयों के बर्र में जानकारी मांगी है,जिसे उपलब्ध करा दिया गया है।जांच के बाद एसटीएफ कार्यवाही करेगी।