कीचड़ में सनी सड़क पर लोगों का चलना हुआ बेहाल


_सालों से अपनी दुर्दशा पर आंशू बहा रहा यह मार्ग_


_कहने  को है अम्बेडकर मार्ग_


सलेमपुर, देवरिया। आदर्श नगर पंचायत सलेमपुर के विकास कार्यो का पोल खोलती सोहनाग मोड़ से अम्बेडकर गांव चकरवां आश्रयदास को जाने वाली सड़क।यह सड़क अनेक गांवो को नगर से जोड़ने के साथ साथ उपनगर भटनी को भी जोड़ती है।यही नही इसी मार्ग पर नगर के अनेक प्रतिष्ठित कान्वेंट स्कूल भी स्थित है जहां नगर क्षेत्र सहित आस पास के इलाकों से हजारो की संख्या में छोटे छोटे नौनिहाल सरस्वती की आराधना करने आते हैं।


पिछले वर्ष बरसात के पानी मे डूब जाने से महीनों ये स्कूल बंद रहे और इस वर्ष कोरोना के बढ़ते कहर से बन्द चल रहे हैं।शायद सबकुछ बेहतर होता तो इन छोटे छोटे बच्चों का स्कूल आना तो दिवा स्वप्न बनकर रह जाता।न तो नगर प्रशासन का ध्यान इस तरफ़ आकृष्ट हो रहा है और न ही किसी जनप्रतिनिधि का।और तो और स्कूल संचालकों के कानों पर भी जू तक नही रेंग रहा जो इन बच्चों के अभिभावकों से फीस के रूप में एक मोटी रकम ऐंठने का  काम करते हैं।कुछ ईंट मिट्टी भी अपने अपने स्कूल के सामने सड़क पर गिरा देते तो शायद मुश्किल कुछ कम हो जाती।


इस सड़क पर वाहनों का चलना या दौड़ना तो दूर की बात है पैदल चलने वालों म लिए टेढ़ी खीर बन गया है।इस सड़क के मरम्मत व नवीनीकरण के लिए नगर पंचायत के अध्यक्ष सहित संबंधित वार्ड के सदस्य व अन्य जनप्रतिनिधियों से लोगों ने अनेक बार शिकायत व मांग की लेकिन कुम्भकर्णी निद्रा में सो रहे इन जनसेवकों पर कोई प्रभाव नही पड़ा।नगर पंचायत अध्यक्ष से लेकर क्षेत्र के विधायक व सांसद तक से इस सड़क के नवीनीकरण करने की मांग की जा चुकी है किन्तु इनके उपर कोई असर नही पड़ता।


यह सड़क केवल बरसात में ही नही बल्कि सालों साल कीचड़ व पानी मे सनी रहती है जिसका मुख्य कारण इस सड़क के किनारे बने मकानों से गंदी पानी बहाया जाता है।और तो और सड़क पर इन भवन स्वामियों ने इस कदर अतिक्रमण का जाल फैला रखा है कि मकानों की सीढ़ियां व नालियां सड़क में बनायी गयी हैं।कुछ मकान मालिकों ने तो चबूतरे तक बना रखा है सड़क में ही।इसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल से लेकर तहसील में प्रत्येक मंगलवार को लगने वाली लोक अदालत में भी की जा चुकी है लेकिन नतीजा वही ढाक के तीन पात ही निकला है।


*संकृत्यायन रवीश पाण्डेय*