बरहज बिधानसभा मे भाजपा को मजबुत करने मे रामेश्वर  तिवारी का रहा है योगदान


आज  देश  व  प्रदेश  मे  भाजपा  सत्ता  का  सुख  प्राप्त  कर  रही है  उसमे भाजपा के  संघर्शशिल  कार्यकर्ता  व  भाजपा के  दूर्दीन  मे कार्य करने  वाले कार्यकर्ता  का  योगदान  प्रमुख  है। बरहज  बिधानसभा के  खुदिया  मिश्र के  निवासी  रामेश्वर  तिवारी  जी  से  गुरुकुल वाणी पोर्टल  न्यूज  के  शिवाकांत  तिवारी जी  से  बात  हुई  तो  उन्होने  बताया कि  जब  भाजपा 1980 मे  बनी  उस  समय  हम  भाजपा के  सदस्य  बने।  वर्ष 1978 मे  अखिल भारतीय  बिद्यार्थी  परिषद का  सदस्य  था  तथा  बरहज  बाबा  राघवदास  पीoजीo  कालेज  से  छात्र संघ  के  अध्यक्ष  का  चुनाव  जीतकर  जनवरी  माह  मे  जेल  भी  गया  उसके बाद  भाजपा के  मजबूती के  लिये  कार्य  किया  उस  वक्त  भाजपा एक  नयी व आर.एस. एस.  की  विचारधारा  से जुड़े  लोग  इस  पार्टी  के लिये  समर्पित  थे  उस  वक्त  मैं  भाजपा  मे  भलुवनी मंडल मे महामंत्री  पद  पर  कार्य  किया  भाजपा  के लिये  उस  वक्त  के  हमारे  प्रिय  नेता  श्री  अटलबिहारी  बाजपेयी  जी  थे  उनकी  प्रेरणा  से  एक  उत्साह  होता  था   क्योकी  भाजपा  से  स्व  दूर्गा  प्रसाद  मिश्र  ने जीत  दर्ज कर बिधानसभा  सदस्य  बने। 


देवरिया जिला  भाजपा  कार्यकर्ता को  मजबुत  बनाया  और  सदस्यता भी  भाजपा  की  बढ़ी। वर्ष 1993  मे  भाजपा  से  मैं बिधानसभा  का  दावेदार  रहा  लेकिन  किसी  कारण  से  पार्टी  ने  टिकट  नहीं  दिया  लेकिन  भाजपा  के  पक्ष  में  मेरा  पुरा  परीवार  समर्पित  रहा  कई भाजपा आंदोलन  में  मैं  योगदान  दिया और देवरिया  बार   अधिवक्ता  संघ  का  सचिव  रहा  भाजपा  को  जिले  मे  मजबुत  किया  मेरे  साथ  बिद्यार्थी परिषद  मे भाजपा के  शिवप्रताप शुक्ल.सूर्यप्रताप  शाही. ओमप्रकाश  तिवारी सलेमपुर  रामशिष राय  राजीव मिश्र ओमप्रकाश यादव  आदि  नेताओ ने  योगदान  किया है। 


मूझे  गर्व है  की  आज  भी मेरा  परीवार  भी  भाजपा  मे  योगदान  कर रहा है। लेकिन  कुछ  समय  ने भी  बदलाव   कर  दिया  आज  जो  कभी  भाजपा के  लिये  योगदान  नही  किये  आज  वह  अपने  को  भाजपा  का  संघर्शशिल  कार्यकर्ता  बोलते हैं। पार्टी मे  कुछ  लोग  अपने  को  सर्वस्व मान  लिए  है  और  पुराने  कार्यकर्ता  को  तरजीह  नही  देते।  लेकिन  भारत  माँ  की  तरह  ही  भाजपा  मेरी  पार्टी  है  उसके  सदैव  समर्पित  रहूँगा।