*सलेमपुर विधानसभा क्षेत्र सदैव रहा है मंत्री पद से अछूता*


विधायक काली प्रसाद को मंत्री बनाने की उठ रही मांग


प्रदेश के पूर्वी छोर पर स्थित सलेमपुर विधानसभा क्षेत्र विकास की दौर में है पीछे


*रवीश पाण्डेय*


सलेमपुर, देवरिया। 341 विधानसभा क्षेत्र सलेमपुर प्रदेश के पूर्वी छोर पर स्थित विकास के दौर में पीछे कभी यहां के किसी जनप्रतिनिधि को मंत्री मंडल में शामिल नही किया गया।पिछले दो चुनावों से यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है।आरक्षित होने के बाद इस सीट से 2012 में समाजवादी पार्टी से मनबोध प्रसाद को जीत मिली उस समय भाजपा के उम्मीदवार विजयलक्ष्मी गौतम दूसरे स्थान पर रही।फिर 2017 के चुनाव में भाजपा ने विजय लक्ष्मी गौतम का टिकट काटकर भागलपुर के पूर्व ब्लाक प्रमुख काली प्रसाद पर भरोसा जताते हुए मैदान में उतारा जिससे नाराज विजय लक्ष्मी  गौतम पार्टी छोड़कर समाजवादी पार्टी में चली गयी और समाजवादी पार्टी ने तत्कालीन निर्वतमान विधायक मनबोध प्रसाद का टिकट काटकर विजय लक्ष्मी गौतम को मैदान में उतार दिया और भाजपा के काली प्रसाद ने 1980 के बाद दूसरी बार इस सीट पर भाजपा का परचम लहराने में सफलता अर्जित की।


इस सीट पर पहली बार भाजपा को जीत 1980 में तब हासिल हुई थी जब देश भर में भाजपा का विधायक नही था।उस समय पंडित स्वर्गीय दुर्गा प्रसाद मिश्र मझौली स्टेट के राजा अवधेश प्रसाद मल्ल को हराकर पहली बार कमल खिलाया था।तब से यह सीट भजपा से दूर रही लेकिन वर्ष 2017 में काली प्रसाद ने इस सीट से कमल खिलाने में कामयाबी प्राप्त की।


2012 में इस सीट से सपा के विधायक व प्रदेश में सपा की सरकार लेकिन मंत्री बनने का सौभाग्य प्राप्त नही हुआ पुनः 2017 में इस सीट से भाजपा के विधायक व प्रदेश में भाजपा की सरकार लेकिन मंत्रिमंडल में सम्मलित नही किया गया।


उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री कमला रानी वरुण तथा चेतन चौहान के देहांत होने के बाद मंत्रिमंडल विस्तार का चर्चा चल रहा है।ऐसे में पूर्वी उत्तर प्रदेश का पिछड़ा विधान सभा क्षेत्र सलेमपुर आरक्षित सीट होने के कारण ऑसूचित वर्ग के स्वच्छ छवि के विधायक काली प्रसाद को क्षेत्र की जनता के मन मे मंत्री बनाने को लेकर काफी उम्मीद जग गयी है।यदि काली प्रसाद को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाता है तो यह पहला मौका होगा जब आजादी के बाद सलेमपुर को मंत्री पद मिलने का पहला सौभाग्य होगा।विधायक काली प्रसाद ग्राम प्रधान,क्षेत्र पंचायत सदस्य,जिला पंचायत सदस्य व पूर्व ब्लाक प्रमुख होने के बाद विधान सभा सदस्य होने तक का अपना राजनीतिक सफर तय कर जनता के बीच एक लोकप्रिय नेता के रूप में अपनी छवि स्थापित करने में सफल रहे हैं।गरीबों,असहायों,मजलुमों, लाचारों,बेरोजगारों आदि के अधिकारों के लिए सदैव से संघर्ष करते रहे हैं।


स्वच्छ छवि व मृदुभाषी होने के कारण काली प्रसाद की छवि एक लोकप्रिय नेता का है।तथा अनुसूचित वर्ग के शिक्षित तथा संघटन के मर्मज्ञ विधायक होने के नाते मंत्रिमंडल में सम्मलित होने पर इसका लाभ प्रदेश सरकार को अवश्य प्राप्त होगा।
इन्द्रहास पाण्डेय पप्पू ने कहा कि योग्यता व समर्पण के आधार पर काली प्रसाद को मंत्रिमंडल में सम्मलित करने का निर्णय सर्वथा उचित होगा।