संक्रामक बीमारियों को दावत देते अस्पताल में लगे कूड़े के ढेर


स्वच्छ भारत मिशन को मुंह चिढ़ाता अस्पताल में लगा कूड़ा का ढेर
रवीश कुमार
सलेमपुर, देवरिया। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सलेमपुर में सफाई की लचर व्यवस्था स्वच्छ भारत के नारे को मुंह चिढ़ाता नजर आ रहा है।जहाँ एक तरफ पूरा देश कोरोना के संक्रमण से कराह रहा है लोगों को इससे बचने के लिए सरकार जागरूक कर रही है साफ सफाई के प्रति सचेत किया जा रहा है तो दूसरी ओर अस्पताल परिसर में पसरा गंदगी व कूड़े का अम्बार सरकार के मंसूबे पर पानी फेर रहा है।


पिछले दिनों अस्पताल का एक कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाया गया था जिसके चलते 72 घंटे के लिए पूरे परिसर को सील कर दिया गया था और 72 घंटे के बजाय 100 घंटे से अधिक समय तक चिकित्सा सुविधा ठप कर दी गयी थी।जब इस संदर्भ में अधीक्षक डॉ अतुल कुमार से फोन पर सम्पर्क करने की कोशिश की गयी तो फोन न लगने से सी एम ओ देवरिया से फोन पर सम्पर्क कर समस्या से अवगत कराया गया तब जाकर कहीं आकस्मिक सेवा शुरू की गयी।


अस्पताल कर्मचारियों की लापरवाही के चलते आये दिन मरीजो के साथ आये तीमारदारों व कर्मचारियों के बीच तीखी नोक झोक एक आम बात बन गयी है। अस्पताल में तैनात कुछ कर्मचारी स्थानीय होने का धौस भी देते हैं यही नही डॉ की गैर मौजूदगी में चिकित्सक की कुर्सी पर बैठ पर्ची भी लिखने का काम करते हैं।एक वार्ड बॉय तथा एक फार्मासिस्ट के भरोसे आकस्मिक सेवा चलायी जा रही है जबकि यहाँ तैनात चिकित्सक अपने आवासीय कमरे पर मरीजो को फीस लेकर देखने का काम कर रहे हैं और अस्पताल प्रशासन इस पर नकेल कसने के बजाय इनसे मिलीभगत कर मरीजो का शोषण करने का हिस्सा बना हुआ है।समय रहते अस्पताल में व्याप्त अनियमितता पर नकेल नही कसा गया तो वह दिन दूर नही जब स्थानीय व क्षेत्रीय जनता उग्र प्रदर्शन के लिए बाध्य हो जाएगी।