30 सितम्बर तक ग्राम पंचायतों का डाटा भेजना अनिवार्य


1अक्टूबर से शुरू होगा घर घर मतदाता पुनरीक्षण अभियान


 लखनऊ। उत्तर प्रदेश में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक अब तक लगभग 680 पंचायतों को आंशिक रूप से शहरी क्षेत्र में शामिल कर दिया गया है। वहीं बचे हुए गावों का परिसीमन कराने का काम भी जल्द शुरू कर दिया जाएगा।बता दें कि राज्य निर्वाचन आयोग के पास सभी ग्राम पंचायतों का डाटा को 30 सितम्बर तक भेजना जरूरी है। 1अक्तूबर से होने जा रहे वोटर लिस्ट पुनरीक्षण के लिए बूथ लेबल कर्मचारी इसी के आधार पर पंचायतों में घर-घर जाकर वोटरों का विवरण संकलित करेंगे। निदेशालय के संबंधित अधिकारियों को इस ब्यौरे को जल्द से जल्द तैयार कर के राज्य निर्वाचन आयोग को भेजे जाने के निर्देश दिये गये हैं।राज्य निर्वाचन अधिकारी मनोज कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि 15 सितम्बर को जारी की गई वोटर लिस्ट पुनरीक्षण कर नये वोटर कार्ड बनाने का काम शुरू कर दिया जाए।  उन्होंने कहा कि 15 से 30 सितम्बर के दरम्यान किसी ग्राम पंचायत के आंशिक भाग के अन्य ग्राम पंचायत अथवा नगरीय निकाय में समाहित होने की स्थिति में विलोपन की कार्रवाई की जाएगी। वही अधिकारियों के निर्देश पर त्रि-स्तरीय चुनाव की तैयारी में कर्मचारी,मददाता पहचान पत्र, गांवों का परिसीमन का कार्य शुरू कर दिया है।