अधिकमास में पूजा-पाठ, जप-तप, दान-पुण्य का है अधिक महत्व : पं०अजय शुक्ला



रवीश पाण्डेय


सलेमपुर,देवरिया। तहसील क्षेत्र के ग्राम मंगराईच में चल रहे महामृत्युंजय जप के तीसरे दिन पंडित अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि अधिकमास में किये गए पूजा-पाठ, जप-तप,दान-पुण्य का बहुत ही अधिक लाभ मिलता है।पुराणों में भगवान ने इस माह को पुरुषोत्तम मास कहा है।भगवान ने स्वयं कहा है कि इस मास में व्रत आदि रखने व मेरी सच्चे ,मन से आराधना करने से भक्तों के मनवांक्षित उद्देश्यों की पूर्ति होती है।उन्होंने बताया कि अधिक मास में तिल, गेंहूँ , सोना आदि का दान करना चाहिए साथ ही यह भी कहा कि तीर्थयात्रा,तालाब,बगीचा,यग्योपवित आदि कर्म नही करना चाहिए।गृहारम्भ,गृह प्रवेश आदि भी इस माह में वर्जित है।
पंडित अजय कुमार शुक्ला ने इस अधिमास की महत्ता पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए देव् पूजन,जप तप,दान पुण्य आदि की महत्ता पर लोगो को जागरूक करते हुए सर्व मंगल,सर्व शांति व उन्नति की कामना की।