उत्तर प्रदेश के देवरिया बिधानसभा मे चुनावी गणित का करवट किस दल की तरफ बैठेगा यह वक्त और मतदाता तय करेंगे लेकिन बात यहा दलों के प्रत्यासी की हो तो वहाँ मतदाता के लिये एक बड़ी समस्या यह है कि सभी दल ने ब्राहमण पर भरोसा जताया है उसका कारण ब्राहमण मतदाता का निर्णायक होना माना जा रहा है सपा ने ज़हाँ पूर्व कैबिनेट मंत्री ब्रम्हाशंकर त्रिपाठी को टिकट देकर चुनावी रुख को अपने पक्ष मे करने का प्रयास किया है वही बसपा से अभयनाथ त्रिपाठी चुनावी ताल ठोककर जनता के बीच जीत के लिये अपनी पुरी ताकत से जुटे है 2017 के चुनाव मे बसपा ने इन्हे प्रत्यासी बनाया था और पूँह बसपा ने उपचुनाव मे प्रत्यासी बनाकर ब्राहमण वोट को अपने पक्ष में करने का प्रयास किया है l भाजपा जहाँ प्रत्यासी अपने पार्टी के पुराने ब्राहमण नेता सत्यप्रकाशमणि त्रिपाठी जैसे कार्यकर्ता को लाकर एक नया संदेश भाजपा कार्यकर्ता को देने का प्रयास किया है वही उसके लिए पूर्व विधायक स्व जन्मेजय सिंह के पुत्र के निर्दल चुनाव लडने से रास्ता जीत का तय करना मुश्किल कर दिया है वही दूसरी तरफ भाजपा नेता रहे डब्लू मणि ने पार्टी से नाराज होकर सपा का दामन पकड़ लिया है जिससे सपा देवरिया सीट पर मजबूत दिख रही है चुनावी आंकड़ो की बात की जाय तो जनता सपा और बसपा प्रत्याशी पर अपना दाव लगा कर एक नया संदेश दे सकती है। भाजपा कार्यकर्ता और बड़े नेता के लिये यह चुनाव महत्वपूर्ण है क्योकी 2022 मे पुँह बिधानसभा चुनाव होना है जो प्रदेश के मुखिया के लिये नया संदेश माना जायेगा l भाजपा अपने जीत के लिये सभी दाव का पासा फेककर अपनी जीत को नया अंजाम देने का पुरा प्रयास करेगी.
उपचुनाव देवरिया बिधानसभा मे ब्राहमण मतदाता तय करेंगे चुनावी जीत