*विधानसभा देवरिया का उप चुनाव का समीकरण ब्राह्मणों के इर्द गिर्द*


_उप चुनाव में भावना को दरकिनार कर ब्राह्मणों को दिया जा रहा तजरीर_


*रवीश पाण्डेय*


सलेमपुर,देवरिया। देवरिया सदर से भाजपा विधायक जन्मेजय सिंह के असामयिक निधन के बाद हो रहे उप चुनाव में भाजपा के संभावित प्रत्याशी अजय प्रताप सिंह उर्फ पिंटू सिंह जो जन्मेजय सिंह के पुत्र हैं।उप चुनाव में उम्मीदवार बनाये जाने की चर्चा को लेकर आम जनता में संवेदना को त्यागकर उहा-पोह की स्थिति बनी हुयी है।उनके अलावा भाजपा के अन्य पैतीस कार्यकर्ता टिकट की दौड़ में हैं,जो लंबे समय से पार्टी के ईमानदार सिपाही रहे हैं देखना पार्टी के शीर्ष किस पर भरोसा जताती है।


वही कांग्रेस के घोषित उम्मीदवार मुकुंद भाष्कर मणि त्रिपाठी का पार्टी में ही टिकट मिलने के बाद घोर विरोध का सामना करना पड़ रहा है।वैसे तो देखा जाय तो पिछले लगभग तीस बर्षो से पार्टी की सेवा में मुकुंद भाष्कर लगे हुए हैं।जिनका लम्बा राजनीतिक सफर देखना है इस चुनाव क्या गुल खिलता है।


दूसरी तरफ बसपा के पूर्व में भी उम्मीदवार रहे अभय नाथ तिवारी को पुनः उप चुनाव में प्रत्याशी बनाया गया है।जो 2017 के विधान सभा के चुनाव में भाजपा के जन्मेजय सिंह से बहुत कम अंतर से हारने के बाद फिर मैदान में उतर किस्मत आजमाने में लगे हुए हैं।पिछला चुनाव हारने के बाद भी लगातार जनता के बीच उनके दुःख सुख में सहभागी रहे हैं।देखना है चुनाव का नतीजे में इनका मेहनत कितना रंग लाता है।


सपा का उम्मीदवार अभी तक घोषित नही हो सका है लेकिन चर्चा पूर्व मंत्री ब्रह्माशंकर त्रिपाठी के नाम की हो रही है।यदि ब्रह्माशंकर तिवारी इस उप चुनाव में उम्मीदवार बनाये जाते हैं तो नतीजा अप्रत्याशित हो सकता है।इनकी छवि जनता के बीच एक ईमानदार नेता के रूप में बनी हुयी है जो चुनाव परिणाम को प्रभवित करने के लिए काफी है।


इस उप चुनाव का नतीजा चाहें जो भी हो लेकिन चारो तरफ यह चर्चा बना हुआ है कि ब्राह्मण मतदाता ही इस चुनाव की नैया पार लगाएंगे।सभी दलों सहित चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार ब्राह्मण मतदाताओं के तरफ एक आस भरी नजर देख रहे हैं।वर्तमान सरकार में उपेक्षित हो रहे ब्राह्मण मतदाता इस उप चुनाव में किसके साथ होते हैं यह अभी रहस्यात्मक है।