माँ भगड़ा भवानी बगलामुखी की स्वरूपा है : अखिलेश शुक्ल (मुन्ना जी)



सोहनाग मंदिर स्थित वैदिक पूजारी अखिलेश शुक्ल उर्फ  मुन्ना जी ने नवरात्र  पर्व  की महीमा पर कहा कि  नवरात्रि हिंदुओं के पवित्र त्योहारों में से एक है। इन 9 दिनों में नौ-दुर्गा की पूजा-अर्चना की जाती है। साल में दो बार चैत्र नवरात्रि और शारदीय नवरात्रि के रूप में मां दुर्गा के नौ रूपों की अराधना की जाती है। 

इस दौरान घर-घर में भजन-कीर्तन आदि का आयोजन होता है। शारदीय नवरात्रि को पूर्वी भारत में दुर्गापूजा और पश्चिमी भारत में डांडिया के रूप में मनाया जाता है।पूर्वी  उत्तर प्रदेश के  सभी माँ के  मंदिरो  पर  श्रद्धालुओ  की  भारी  भीड़  होती हैं और  दशहरा  का  मेला  लगता हे  जो पूजन  और  दर्शन  के  लिये विशेष माना जाता है। देव  के  प्रसिद्ध  स्थान उत्तर प्रदेश मे  देवरिया जनपद धर्म  के लिये  माना जाता है।  यहा  पर  माँ भगड़ा भवानी जो  मझौंलीराज मे स्थित है  उनकी महीमा का  गुड़गान  क्षेत्रवासी  करते हैं  और  राज परीवार मे की  पूजा  आज भी  होती हैं यह  माँ  बगलामुखी की स्वरूपा मानी  जाती है  यहां  पर  महिलाये मनन्त मांगती है  और  पूरी होने पर हलवा और पुड़ी  का प्रसाद  चढाती है  यह  प्रसिद्ध स्थान सलेमपुर  तहसील  से  4 किलो  मीटर  पर  स्थित है  माँ की  महीमा  क्षेत्र  के लिये  महान है।